श्रेणियाँ श्री माँ के वचन

मैं कुछ नहीं जानता

ऐसे लोग हैं जो विनम्र दीखने के लिए कभी-कभी कह देते है : “मैं कुछ नहीं जानता,” परंतु वे जो कहते है उस पर विश्वास नहीं करते !

संसार-भर में सभी जगह कपटी और ढोंगी लोग हैं । यह उनका दुर्भाग्य  है। वे प्रगति का द्वार पूरी बंद कर देते हैं । बस ।

संदर्भ : प्रश्न और उत्तर १९५३

शेयर कीजिये

नए आलेख

हर किसी के पास मत जाओ

जो लोग इस कारण यातना भोगते हैं कि उन्हें किसी तथाकथित संन्यासी से परिचित होने…

% दिन पहले

अप्रसन्नता और कपट

तुम दुःखी, बहुत उदास, निरुत्साहित और अप्रसन्न हो जाते हो : "आज चीज़ें अनुकूल नहीं…

% दिन पहले

भूल और प्रगति

जब कोई भूल हो तो उसका हमेशा प्रगति करने के लिए उपयोग करना चाहिये, एक…

% दिन पहले

शक्ति को खींचने की कोशिश

मैं तुम्हें एक चीज की सलाह देना चाहती हूँ। अपनी प्रगति की इच्छा तथा उपलब्धि…

% दिन पहले

भगवान तथा औरों के प्रति कर्तव्य

जिसने एक बार अपने-आपको भगवान् के अर्पण कर दिया उसके लिए इसके सिवा कोई और…

% दिन पहले

मानवजाति की भलाई

जो व्यक्ति पूर्ण योग की साधना करना चाहता है  उसके लिये मानवजाति की भलाई अपने-आप…

% दिन पहले