क्रोध में कभी कोई समझदारी की बात नहीं की जाती, सिर्फ मूर्खता ही निकलती है ।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग -२)
प्रत्येक व्यक्ति का सोचने, अनुभव करने तथा प्रतिक्रिया करने का अपना निजी तरीका होना ही…
सांसारिक जीवन संघर्ष का जीवन है - इस पर उचित तरीके से चलने के लिए…
जो लोग पूर्णयोग की साधना करना चाहते हैं उन्हें दृढ़ता के साथ यह सलाह दी…