अगर लोगों को पूर्ण होने की वजह से काम को बंद कर देना पड़े तो हर व्यक्ति को पूरी तरह…
जो दोषहीन है वह दूसरों की राय की परवाह नहीं करता । संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
तुम औरों की मनोभावनाओं और सनको का अपने ऊपर असर नहीं पड़ने देते - यह बात बिलकुल ठीक है। तुम्हें…
यह न मानो कि काम बदलने से तुम्हारा चरित्र भी बदल जायेगा । यह पहले भी कभी सफल नहीं हुआ…
यदि मन सभी परिस्थितियों और सभी हालतों में शान्त रहे तो धैर्य आसानी से बढ़ेगा। संदर्भ : श्रीमाँ के वचन…
मुर्ग़ी और उसके बच्चे का एक दृष्टांत सुनो : गौतम बुद्ध अपने शिष्यों से कहते थे कि तुम अपनी ओर…
उदार हृदय हमेशा अपने पुराने दुर्व्यवहारों को भूल जाता है और दुबारा सामंजस्य लाने के लिए तैयार रहता है। आओ,…
इन भौतिक क्रियाओं को इतना अधिक महत्व क्यों दिया जाये ? ज्यादा अच्छा यह है कि उनसे बिलकुल मुक्त अनुभव…
मुझे यह सिखाइये कि आपको पाने के लिए किस तरह प्रयास करूँ ? तुम्हें अपनी इच्छा-शक्ति लगानी होगी । संदर्भ…
मधुर माँ, हम दूसरे की आवश्यकता को कैसे जान सकते और उसकी सहायता कर सकते हैं ? मैं बाहरी चीजों…