हमारी असमर्थता के भाव ने ही अंधकार का अन्वेषण किया है। वास्तव में 'प्रकाश' के सिवाय और कुछ नहीं हैं।…
वे माँ के बालक हैं और उनके सबसे निकट हैं जो उनकी और उद्घाटित हैं, अपनी आंतरिक सत्ता में उनके…
उस कार्य को करने के लिए ही हमने जन्म किया ग्रहण, कि जगत को उठा प्रभु तक ले जाएं, उस…
सागर के समान अपनी करुणा औ' मन्दिर की-सी नीरवता को लेकर उसकी आन्तर सहायता, सबके ही लिए द्वार अब दीव…
सर्वदा अनुभव करो और अपने बढ़ते हुए अनुभवों के प्रकाश में कार्य करो, पर केवल तर्क-वितर्क करने वाले मस्तिष्क के…
श्रद्धा, भगवान् के ऊपर निर्भरता, भागवत शक्ति के प्रति आत्म-समर्पण और आत्मदान-ये सब आवश्यक और अनिवार्य हैं। परन्तु भगवान् के…
जिस प्रकार किसी तारे का प्रकाश उस तारे के मिट जाने के सैकड़ों वर्ष बाद पृथ्वी पर पहुंचता है, उसी…
श्रीमाँ का संपर्क सारे दिन और सारी रात भी बना रहता है । अगर तुम सारे दिन उनके साथ उचित…
एक मृत घूमते ब्रह्माण्ड में जीवित हम यहां ऐसे ही एक आकस्मिक भूमण्डल पर नहीं आये हैं जैसे अपनी शक्ति…