श्री माँ

श्रीअरविंद का कार्य

श्रीअरविंद परम पुरुष के यहाँ से धरती पर एक नयी जाति और एक नए जगत - 'अतिमानसिक '-की घोषणा करने…

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संस्थाओं के लिये

कोई संस्था प्रगतिशील हुए बिना जीवित नहीं रह सकती । सच्ची प्रगति है हमेशा 'भगवान' के अधिक निकट आना ।…

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भूलों पर सोच विचार

अपनी अशुद्धियों के बारें में बहुत अधिक सोचते रहने से सहायता नहीं मिलती। अच्छा तो यही है कि अपने मन…

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शिष्य की प्रार्थना

मेरी प्यारी माँ, मेरा हृदय तुम्हारें चरणों की  ओर दौड़ना चाहता है और अपने-आपको तुम्हारे अन्दर खो देना चाहता है…

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नीरवता के कुछ क्षण

'तेरे' आगे नीरवता में बीते कुछ क्षण आनंद की शताब्दियों के बराबर हैं। ... ओह ! कितना मधुर है नीरवता…

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नीरवता का अभ्यास

... कम-से-कम दो बार प्रतिदिन, नीरवता प्राप्त करने का अभ्यास करना सर्वदा ही बहुत अच्छा है, परंतु वह सच्ची नीरवता…

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श्रीमाँ की प्रार्थना

हे तू, एकमात्र परम सद्वस्तु, हमारे प्रकाश के प्रकाश और हमारे जीवन के जीवन, हे परम प्रेम, हे संसार के…

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प्रगति के लिये प्रयास

माताजी, हर बार जब मैं अपनी चेतना में  जरा उठने की कोशिश करता हूँ तो एक धक्का-सा लगता है और…

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सहन करना

सहन करना श्रेष्ठ भाव से भरपूर होना है ; इसका स्थान पूर्ण समझ को लेना चाहिये। संदर्भ : माताजी के…

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संगठन की आवश्यक शर्तें

कोई संगठन ठीक तरीके से चलें इसके लिए आवश्यक शर्तें है कि एक स्पष्ट और यथार्थ दृष्टि हो कि क्या…

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