उचित रूप में की गयी सम्मिलित एकाग्रता एक महान शक्ति हो सकती है। एक प्राचीन कहावत है कि यदि एक…
मेरे बच्चे सहन करो! और पूरी श्रद्धा रखते हुए परम प्रभु के हृदय में बस एक नवजात शिशु की तरह…
तुमने सर्वदा ही अपने मन और संकल्पशक्ति की क्रिया पर अत्यधिक भरोसा रखा है-इसी कारण तुम उन्नति नहीं कर पाते।…
कभी मत बुड़बुड़ाओं। जब तुम बुड़बुड़ाते हो तो तुम्हारें अंदर सब तरह की शक्तियाँ घुस जाती हैं और तुम्हें नीचे…
स्वयं को ब्रह्मांड की अंतिम सीमाओं और उससे भी आगे तक फैला दो। स्वयं के ऊपर ले लो विकास की…
अगर तुम किसी सच्चे वैज्ञानिक से मिलो जिसने कठोर परिश्रम किया हो, तो वह तुमसे कहेगा : "हम कुछ नहीं…
जब भी कोई हार जाने वाला सुझाव हो - चाहे एक स्पंदन, एक विचार या और कुछ भी - तुम…
श्रद्धा निश्चित रूप से हमें भागवत कृपा द्वारा दिया गया उपहार है। ... अपनी श्रद्धा की उसी तरह निगरानी करनी…
मैंने तुम्हारी प्रार्थना को 'परम प्रभु' के सामने रख दिया है । लेकिन अगर तुम 'आनन्द' में रहना चाहते हो…