मेरे बच्चे, सहन करो ! और पूरी श्रद्धा रखते हुए परम प्रभु के हृदय में बस एक नवजात शिशु की तरह दुबके रहो। अंतत:, एक अनंत परमानन्द में तुम खिल उठोगे …

संदर्भ : माँ तुमने ऐसा कहा था 

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