निराशावाद शैतान का अस्त्र है और वह अपनी स्थिति को भांप लेता है … (हिलाने का संकेत) । हां, तो मैं जिस सम्भावना को देख रही हूं, अगर वह सिद्ध हो जाये तो यह वास्तव में विरोधी शक्तियों पर एक निर्णायक विजय होगी – स्वभावत:, वह (निराशावाद-शैतान) भरसक अपना बचाव करता है … । वह हमेशा शैतान होता है ; जैसे ही तुम निराशावाद की पुंछ देखो, , समझ लो कि शैतान है। यह उसका महान अस्त्र है ।
संदर्भ : पथ पर
यदि तुम्हारें ह्रदय और तुम्हारी आत्मा में आध्यात्मिक परिवर्तन के लिए सच्ची अभीप्सा jहै, तब…
जब शारीरिक अव्यवस्था आये तो तुम्हें डरना नहीं चाहिये, तुम्हें उससे निकल भागना नहीं चाहिये,…
आश्रम में दो तरह के वातावरण हैं, हमारा तथा साधकों का। जब ऐसे व्यक्ति जिनमें…
.... मनुष्य का कर्म एक ऐसी चीज़ है जो कठिनाइयों और परेशानियों से भरी हुई…
अगर श्रद्धा हो , आत्म-समर्पण के लिए दृढ़ और निरन्तर संकल्प हो तो पर्याप्त है।…