किसीने माताजी से पूछा, ‘आपने आश्रम के लिये पांडिचेरी जैसा गरम स्थान क्यों चुना ? ‘ माताजी ने कहा, ‘श्रीअरविंद को समुद्र पसंद था, मुझे चुनना होता तो पहाड़ चुनती | ‘
सन्दर्भ : माताजी की झांकियां
आश्रम में दो तरह के वातावरण हैं, हमारा तथा साधकों का। जब ऐसे व्यक्ति जिसमें…
मनुष्य-जीवन के अधिकांश भाग की कृत्रिमता ही उसकी अनेक बुद्धमूल व्याधियों का कारण है, वह…
श्रीअरविंद हमसे कहते हैं कि सभी परिस्थितियों में प्रेम को विकीरत करते रहना ही देवत्व…