एक प्राचीन मनीषी ने कहा है :
” अशुभ नाम की कोई चीज़ नहीं है । बस, संतुलन की कमी है । ”
“कोई चीज़ बुरी नहीं है । सिर्फ चीज़ें अपने स्थान पर नहीं है । ”
संदर्भ : प्रश्न और उत्तर (१९५०-१९५१)
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