श्रीमातृवाणी खण्ड १६

सच्ची वृत्ति

जब तक तुम अपने-आपको रूपांतरित करने और रूपांतरित न करने की इच्छा के बीच डुलते रहो - प्रगति के लिए…

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श्रीअरविंदआश्रम क्या है ?

मधुर माँ , जब कोई नया आदमी आकर पूछें कि श्रीअरविंदआश्रम क्या हैं, तो हम ऐसा क्या जवाब दे सकते…

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दूसरे की आवश्यकता

मधुर माँ, हम दूसरे की आवश्यकता को कैसे जान सकते और उसकी सहायता  कर सकते हैं ? मैं बाहरी चीजों…

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मेरा प्रेम

प्यारी माँ , मुझ गरीब के लिए आपका प्यार अब भी मेरा ध्रुवतारा है और मैं उसके लिए कृतज्ञ हूँ…

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पहली चीज़

पथ पर मनुष्य जो पहली चीज़ सीखता है वह यह है कि देने का आनन्द पाने के आनन्द से कही…

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किसी चीज़ से न डरो

भगवान हमेशा हर सच्ची अभीप्सा का उत्तर देते है और उन्हें पूरे हृदय के साथ जो कुछ दिया जाये उसे…

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अनुशासन की महत्ता

बाहरी और भीतरी अनुशासन के बिना तुम जीवन में कुछ भी नहीं पा सकते, न तो आध्यात्मिक और न ही…

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श्रीअरविंद के आशीर्वाद का आनन्द

...श्रीअरविंद के आशीर्वाद का आनन्द पाने के बाद, ज्यादा अच्छा यह है कि एकाग्र रहा जाये और औरों के साथ…

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बेचैनी से बाहर निकालने का उपाय

माँ, मुझे अधिक शांत बनाओ ।   हर बार जब तुम्हें बेचैनी का अनुभव हो तो तुम्हें बाहर आवाज़ दिये…

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भगवान का मार्ग – कठिन क्यों ?

मधुर माँ , भगवान ने अपना मार्ग इतना कठिन क्यों बनाया है ? वे चाहें तो उसे सरल बना सकते…

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