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  2. प्रश्न और उत्तर १९५४

प्रश्न और उत्तर १९५४

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संकरे विचार से छुटकारा
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संकरे विचार से छुटकारा

by श्री माँ 1 महीना ago1 महीना ago
पक्का विश्वास
750

पक्का विश्वास

by श्री माँ 2 महीना ago2 महीना ago
  • 390
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ नलिनी कान्त गुप्त के साथ
    श्री माँ के वचन

    अप्रसन्नता

    जिस क्षण तुम दुःख अनुभव करने लगो उसी क्षण तुम उसके नीचे लिख सकते हो, “मैं सच्चा नहीं हूँ।” ये दो वाक्य साथ साथ चलते...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 महीना ago2 महीना ago
  • 740
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    अप्रसन्नता और कपट

    तुम दुःखी, बहुत उदास, निरुत्साहित और अप्रसन्न हो जाते हो : “आज चीज़ें अनुकूल नहीं है। वे कल जैसी नहीं हैं, कल वे कितनी अद्भुत...

    श्री माँ
    by श्री माँ 5 महीना ago5 महीना ago
  • 620
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    श्रद्धा और भरोसा

    श्रद्धा भरोसे से अधिक, कहीं अधिक पूर्ण है। देखो, तुम्हें भगवान पर भरोसा है, इस अर्थ में कि तुम्हें अधिक विश्वास है कि जो कुछ...

    श्री माँ
    by श्री माँ 7 महीना ago7 महीना ago
  • 540
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ मीरा अल्फ़ासा का बहुत सुंदर चित्र
    श्री माँ के वचन

    श्रद्धा और भरोसा का अन्तर

    भगवान पर श्रद्धा रखने और भरोसा करनें में क्या अन्तर है ? जैसा कि श्रीअरविंद ने लिखा है, श्रद्धा भरोसे से अधिक, कही अधिक पूर्ण...

    श्री माँ
    by श्री माँ 10 महीना ago10 महीना ago
  • 370
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    ग्रहणशीलता

    मां, ग्रहणशीलता किस बात पर निर्भर करती है? इसका पहला आधार है सच्चाई-व्यक्ति सचमुच ग्रहण करना चाहता है या नहीं-और फिर… हाँ, मेरे विचार में...

    श्री माँ
    by श्री माँ 11 महीना ago11 महीना ago
  • 520
    श्रीअरविंद और श्री माँ की दुनिया
    श्री माँ के वचन

    अपने-आपको बुरा भला कहना

      क्या अपने-आपको  बुरा-भला  कहना प्रगति करने का अच्छा उपाय है ?   अपने-आपको बुरा भला कहना ? नहीं ,ज़रूरी नहीं है । यह उपयोगी...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 280
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    शिक्षा एक साँचा है

    तुम सोचते हो कि तुम्हें जो पाठशाला भेजा जाता है और तुमसे जो वहाँ अभ्यास करवाये जाते हैं, यह सब तुम्हें तंग करने में मज़ा...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 610
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    निष्कपट निष्ठा

    माँ “निष्कपट” निष्ठा का क्या अर्थ है ? निष्कपट? वह सरल, सच्ची और शंका-रहित होती है। विशेश रूप से हम बच्चे की निष्कपटता की बात...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 150
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सचेतन अभीप्सा की अवस्था

    अगर तुम सचेतन अभीप्सा की अवस्था में हो, बहुत सच्चे हो तो बस, तुम्हारें इर्द-गिर्द सारी चीज़ें, प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से, अभीप्सा में मदद...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 260
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ की कहानी
    श्री माँ के वचन

    आत्मसमर्पण

    … बहुत कम लोग हैं, बहुत ही कम, उनकी संख्या न के बराबर है, जो सच्ची धार्मिक भावना के साथ गिरजाघर या मंदिर जाते हैं,...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago

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3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवती माँ की कृपा

    भगवती माँ की कृपा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीमाँ का कार्य

    श्रीमाँ का कार्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवान की आशा

    भगवान की आशा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जीवन का उद्देश्य

    जीवन का उद्देश्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

  • श्रीअरविंद के पत्र
    आलोचना की आदत

    आलोचना की आदत

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    कृतज्ञता

    कृतज्ञता

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    अनुशासन

    अनुशासन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भागवत मुस्कान का ध्यान

    भागवत मुस्कान का ध्यान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मनोबल

    मनोबल

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    तुम्हारा चुनाव

    तुम्हारा चुनाव

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    खिन्नता

    खिन्नता

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    मेरी इच्छा

    मेरी इच्छा

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    ज्ञान

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    मानसिक रूपायण

    मानसिक रूपायण

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    नयी चीज़ का डर

    नयी चीज़ का डर

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    युवकों को आह्वान

    युवकों को आह्वान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    प्रत्येक का अपना तरीका

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