माताजी के वचन भाग-१

सच्ची करुणासच्ची करुणा

सच्ची करुणा

साधक को क्या होना चाहिये इसके बारे में मैं तुम्हारे भावों की कदर करती हूँ और उस दृष्टिकोण से, तुम…

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अवतारअवतार

अवतार

अवतार की सम्भावना पर विश्वास करने या न करने से प्रकट तथ्य में कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर भगवान किसी…

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श्रीअरविंद की शिक्षाश्रीअरविंद की शिक्षा

श्रीअरविंद की शिक्षा

तुम्हारी मुख्य भूल यह थी कि तुमने श्रीअरविन्द की शिक्षा को आध्यात्मिक शिक्षाओं में से एक मान लिया- और यहां…

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निराशा से दूर रहोनिराशा से दूर रहो

निराशा से दूर रहो

जीवन की परिस्थितियां चाहे जैसी हों, तुम्हें सदैव निराशा से दूर रहने की सावधानी बरतनी चाहिये और फिर दुःखी, उदास…

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भारत का मानचित्रभारत का मानचित्र

भारत का मानचित्र

("माताजी के भारत के मानचित्र" के बारे में जो आश्रम के क्रीड़ांगड़) यह सब तरह के अस्थायी रूपों के बावजूद…

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अनुभूति खोने का डरअनुभूति खोने का डर

अनुभूति खोने का डर

बहुधा हम उस चीज से चिपके रहते हैं जो थी, हमें पिछली अनुभूति के परिणाम को खोने का डर रहता…

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अपनों पर आश्रित लोगों से व्यवहारअपनों पर आश्रित लोगों से व्यवहार

अपनों पर आश्रित लोगों से व्यवहार

जो लोग अपनी आजीविका के लिए तुम पर निर्भर हैं उनके साथ तुम्हें बहुत शिष्ट होना चाहिये। अगर तुम उनके…

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मुझ पर विश्वास रखोमुझ पर विश्वास रखो

मुझ पर विश्वास रखो

मुझे इतना डर क्यों लगता है? क्योंकि तुम्हारा ख्याल है कि मैं तुम्हारे ऊपर अपनी इच्छा लादना चाहती हूं; लेकिन…

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श्रीमाँ के संदेशश्रीमाँ के संदेश

श्रीमाँ के संदेश

(भारत की प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी के श्रीअरविंद आश्रम आने पर माताजी ने उन्हें यह संदेश दिये थे। ) भारत…

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विवाह-प्रथा का अंतविवाह-प्रथा का अंत

विवाह-प्रथा का अंत

. . . निश्चय ही शादी-ब्याह का सारा विचार ही हास्यपद है क्योंकि मैं इस चीज़ को बचकाना समझती हूँ।…

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