श्री माँ के वचन

दूसरे की आवश्यकता

मधुर माँ, हम दूसरे की आवश्यकता को कैसे जान सकते और उसकी सहायता  कर सकते हैं ? मैं बाहरी चीजों…

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दैवी चेतन

पृथ्वी के आरम्भकाल से जब भी और जहाँ भी व्यक्तिगत रूप से दैवी चेतन की अभिव्यक्ति की संभावना रही है, मैं वहाँ विद्यमान…

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अपनी सहायता कैसे करें ?

अपनी सहायता करने का सबसे अच्छा उपाय है, औरों की सहायता करना। अगर तुम सच्चे हो तो शीघ्र ही यह…

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मैं कुछ नहीं जानता

ऐसे लोग हैं जो विनम्र दीखने के लिए कभी-कभी कह देते है : "मैं कुछ नहीं जानता," परंतु वे जो…

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भौतिक जीवन में बदलाव

जब तुम भौतिक जीवन की कोई चीज़ बदलना चाहो, चाहे वह चरित्र हो या अंगों की संचालन-क्रिया हो या आदतें,…

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सरलता

जैसे ही किसी अभिव्यक्ति से समस्त प्रयास लुप्त हो जाता है, सारी चीज़ बहुत सरल हो जाती है, खिलते हुए…

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हस्तक्षेप

एक सामान्य नियम के रूप में ज्यादा अच्छा यह है कि जो चीजें तुम्हारे काम से सम्बन्धित नहीं हैं उनमें…

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सजीव और स्थायी शांति

यह पृथ्वी तब तक सजीव और स्थायी शांति का उपभोग नहीं कर सकतीं जब तक मनुष्य अपने अन्तर्राष्ट्रीय व्यवहारों में…

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जगत् के बारे में तीन धारणाएँ

१. बुद्ध और शंकर के मत: जगत् एक भ्रम है, वह अज्ञान के कारण, अज्ञान और दुःख का क्षेत्र है।…

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काल्पनिक कहानियाँ

क्या काल्पनिक कहानियों का कोई मूल्य नहीं होता? यह निर्भर करता है कल्पना के स्वरूप पर। यदि तुम यह कहो…

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