मधुर माँ, हम दूसरे की आवश्यकता को कैसे जान सकते और उसकी सहायता कर सकते हैं ? मैं बाहरी चीजों…
पृथ्वी के आरम्भकाल से जब भी और जहाँ भी व्यक्तिगत रूप से दैवी चेतन की अभिव्यक्ति की संभावना रही है, मैं वहाँ विद्यमान…
अपनी सहायता करने का सबसे अच्छा उपाय है, औरों की सहायता करना। अगर तुम सच्चे हो तो शीघ्र ही यह…
ऐसे लोग हैं जो विनम्र दीखने के लिए कभी-कभी कह देते है : "मैं कुछ नहीं जानता," परंतु वे जो…
जब तुम भौतिक जीवन की कोई चीज़ बदलना चाहो, चाहे वह चरित्र हो या अंगों की संचालन-क्रिया हो या आदतें,…
जैसे ही किसी अभिव्यक्ति से समस्त प्रयास लुप्त हो जाता है, सारी चीज़ बहुत सरल हो जाती है, खिलते हुए…
एक सामान्य नियम के रूप में ज्यादा अच्छा यह है कि जो चीजें तुम्हारे काम से सम्बन्धित नहीं हैं उनमें…
यह पृथ्वी तब तक सजीव और स्थायी शांति का उपभोग नहीं कर सकतीं जब तक मनुष्य अपने अन्तर्राष्ट्रीय व्यवहारों में…
१. बुद्ध और शंकर के मत: जगत् एक भ्रम है, वह अज्ञान के कारण, अज्ञान और दुःख का क्षेत्र है।…
क्या काल्पनिक कहानियों का कोई मूल्य नहीं होता? यह निर्भर करता है कल्पना के स्वरूप पर। यदि तुम यह कहो…