श्री माँ

भागवत कृपा में श्रद्धा

तुम्हें हमेशा पूरी-पूरी सहायता दी जाती है, लेकिन तुम्हें उसे अपने बाहरी साधनों द्वारा नहीं बल्कि अपने हृदय की नीरवता…

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दो चीज़ें

ये दो चीज़ें एकदम अनिवार्य है : सहनशक्ति और एक ऐसी श्रद्धा जिसे कोई भी चीज डिगा न सके, संपूर्ण…

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उच्चतर चेतना में उठने का उपाय

साधक : "उच्चतर चेतना में उठने या उस तक छलांग लगाने के लिए क्या किया जाये ? " श्रीमाँ :…

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चेतना का महत्व

तुम जो कुछ भी करो वह उपयोगी हो उठता है यदि तुम उसमें सत्य-चेतना की एक चिंगारी रख दो। तुम…

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सत्य और मिथ्यात्व में भेद कैसे करें

जो लोग अंधकार और मिथ्यात्व की शक्तियों पर 'सत्य' की ज्योति के विजयी होने मे सहायता करना चाहते हैं वे…

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सुख और दुःख

यदि व्यक्ति कष्ट का साहस, सहिष्णुता और भागवत कृपा में अडिग विश्वास के साथ सामना कर सके और जब कभी…

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तकलीफ़ों का सही उपचार

अगर तुम तकलीफ के बारे में सोचते ही रहोगे तो वह बढ़ती चली जायेगी । अगर तुम उस पर केन्द्रित…

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सहनशीलता

सहनशीलता तुम्हारा आदर्श वाक्य हो : अपनी जीवनी शक्ति को अपनी प्राण - सत्ता को – यह सिखाओ कि शिकायतें…

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भगवान की ओर

भगवान् भले ही तुम्हारी ओर झुक आयें परन्तु 'उन्हें ' ठीक तरह समझने के लिए तुम्हें 'उन' तक उठना होगा ।…

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संसार का भला

अगर तुम सचमुच कुछ भला करना चाहते हो तो सबसे अच्छी चीज़ जो तुम कर सकते हो वह यह है…

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