सामान्य जीवन से बस व्याकुलता भरा असंतोष इस योग के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं है। आध्यात्मिक जीवन में सफलता पाने के लिए एक निश्चित आंतरिक पुकार, प्रबल इच्छा और मानसिक स्थिरता अनिवार्य है।
संदर्भ : श्रीअरविंद के पत्र (भाग-२)
सामान्य जीवन से बस व्याकुलता भरा असंतोष इस योग के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं है। आध्यात्मिक जीवन में सफलता पाने के लिए एक निश्चित आंतरिक पुकार, प्रबल इच्छा और मानसिक स्थिरता अनिवार्य है।
संदर्भ : श्रीअरविंद के पत्र (भाग-२)
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