संसार दुःख-दर्द और कष्टों से भरा है।
हमें कोशिश करनी चाहिये कि कभी किसी के दुःख-दर्द को बढ़ाने वाले न बनें।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
संसार दुःख-दर्द और कष्टों से भरा है।
हमें कोशिश करनी चाहिये कि कभी किसी के दुःख-दर्द को बढ़ाने वाले न बनें।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
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