साधना में प्रगति


श्रीअरविंद का चित्र

अगर तुम्हारी श्रद्धा दिनादिन दृढ़तर होती जा रही है तो निस्सन्देह तुम अपनी साधना में प्रगति कर रहे हो . . .

संदर्भ  : गीता प्रबंध 


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