श्रीमाँ अपने विषय में


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ बच्चों के साथ

मधुर माँ, 

आप हमारी तरह क्यों नहीं आयीं? आप सचमुच जैसी है उस तरह क्यों नहीं आयीं?

क्योंकि अगर मैं तुम्हारी तरह न आती, तो मैं कभी तुम्हारे निकट न हो पाती और मैं तुमसे यह न कह पाती : “मैं जो हूँ वह बनो ।”

 संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-१)


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