क्या आपके कार्य तथा श्रीमाँ के कार्य में कोई अन्तर है – मेरा मतलब है कि शक्ति की प्रभावकारिता में क्या कोई अन्तर है ?
नहीं, यह एक ही शक्ति है ।
संदर्भ : माताजी के विषय में
जो अपने हृदय के अन्दर सुनना जानता है उससे सारी सृष्टि भगवान् की बातें करती…
‘भागवत कृपा’ के सामने कौन योग्य है और कौन अयोग्य? सभी तो उसी एक दिव्य…
सच्चा आराम आन्तरिक जीवन में होता है, जिसके आधार में होती है शांति, नीरवता तथा…