विश्वास


श्रीमाँ का अतिसुन्दर चित्र

माताजी, २६ वर्ष प्रयास करने के बाद भी में देखता हूँ कि मैं निष्ठावान होने से बहुत दूर हूँ। छोटी-छोटी बातें मुझे असंतुलित कर देती हैं। मुझे शंका है कि आप कभी मुझे बदलने में सफल हो भी सकेंगी। 

श्री माँ :  मुझे विश्वास है कि मैं एक दिन सफल होऊँगी।

संदर्भ : श्रीमातृवाणी (खण्ड-१७)

 


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