तुम बहुत बुद्धिमान होते जा रहे हो और इस उपलब्धि के नजदीक आते जा रहे हो कि हम कुछ नहीं है, हम कुछ नहीं जानते, और हम कुछ नहीं कर सकते। केवल परम प्रभु ही जानते, करते और विध्यमान हैं ।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
तुम बहुत बुद्धिमान होते जा रहे हो और इस उपलब्धि के नजदीक आते जा रहे हो कि हम कुछ नहीं है, हम कुछ नहीं जानते, और हम कुछ नहीं कर सकते। केवल परम प्रभु ही जानते, करते और विध्यमान हैं ।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
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