विद्यार्थियों की प्रार्थना


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

हमें वह वीर योद्धा बना जो बनने के लिए हम अभिप्सा करते हैं। वर दे कि हम डटे रहने का प्रयास करने वाले भूत के विरुद्ध, सफलतापूर्वक उस भविष्य का युद्ध लड़ सकें जो अभी जन्म लेने को है, ताकि नयी चीज़ें अभिव्यक्त हो सकें और हम उन्हें ग्रहण करने योग्य बनें ।

संदर्भ : शिक्षा के ऊपर 


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