रहस्य-ज्ञान – ९


श्रीअरविंद अपने कक्ष में

पृथ्वी की पंखदारी कल्पनाएं स्वर्ग में सनातन सत्य के अश्व हैं,
आज की असम्भावना भावी पदार्थों के भागवत संकेत हैं।

संदर्भ : “सावित्री”


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