मिथ्यात्व


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

वह सब जो जनता को खुश करने के लिए और सफलता पाने के लिए किया जाता है ओछा होता है और मिथ्यात्व की ओर ले जाता है।

सन्दर्भ : माताजी के वचन (भाग-३)


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