भावना


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

अगर तुम सचमुच भगवान से प्रेम करते हो तो इसे चुपचाप और शांत रहकर प्रमाणित करो। हर के जीवन में जो कुछ आता हैवह भगवान की ओर से हमें कुछ पाठ सिखाने के लिये आता है । और अगर हम इसे ठीक भावना में ले तो तेजी से प्रगति कर सकते है ।

ऐसा करने की कोशिश करो ।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)


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