भगवान के शब्द सहारा देते और आशीर्वाद देते हैं, सहलाते और प्रकाश देते हैं, और भगवान के उदार हस्त अनंत ज्ञान को ढकने वाले पर्दे को हटा देते है ।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
अधिकतर लोग कार्यों को इसलिये करते हैं कि वे उन्हें करने पड़ते है, इसलिये नहीं…
मधुर माँ, जब श्रीअरविंद चेतना के परिवर्तन की बात करते हैं तो उनका अर्थ क्या…