पूर्णता


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

पूर्णता कोई निष्क्रिय स्थिति नहीं होती, यह एक प्रकार की संतुलन की अवस्था होती है; पर होता है वह एक प्रगतिशील, सक्रिय संतुलन।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-१)


0 Comments