निश्चित मार्ग


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

एक ऐसी सच्चाई जो समझौता नहीं करतीं, आध्यात्मिक उपलपब्धि का सबसे निश्चित मार्ग है ।

ढोंग न करो, हो जाओ ।

वचन मत दो, क्रिया करो ।

स्वप्न न देखो, चरितार्थ करो ।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)


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