धीमी प्रगति


श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ का जीवंत चित्र

प्रगति धीमी हो सकती है, पतन बार-बार हो सकते हैं, परंतु यदि साहसपूर्ण संकल्प बनाये रखा जाये, तो यह निश्चित है कि हम एक दिन विजयी होंगे और यह देखेंगे कि सभी कठिनाइयां सत्य की जाज्वल्यमान चेतना के सामने गल गयी या विलीन हो गयी है ।

संदर्भ : शिक्षा के ऊपर 


0 Comments