मुंह में मिठाई की अपेक्षा अच्छा कार्य हृदय के लिए ज़्यादा मीठा होता है ।

जो दिन अच्छा काम किये बिना बीतता है वह बिना आत्मा का दिन होता है ।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)

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