मनुष्यों को उनके दुख-दर्द से छुटकारा दिलाने के प्रबल आवेग को ही अनुकम्पा या करुणा कहा जाता है। किसी के…
एकमात्र श्रीमाँ ही तुम्हारा लक्ष्य हैं। वे अपने अन्दर सब कुछ समाये हुये हैं। उनका पास होना अपने पास सब…
"कितनी दूर मैं आ गया हूँ, और कितना रास्ता मुझे तय करना है?" - ऐसे प्रश्न बहुत उपयोगी नहीं होते।…