व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये

भगवान के दो रूप

... हमारे कहने का यह अभिप्राय है कि संग्राम और विनाश ही जीवन के अथ और इति नहीं है, कि…

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भगवान की बातें

जो अपने हृदय के अन्दर सुनना जानता है उससे सारी सृष्टि भगवान् की बातें करती है । संदर्भ : माताजी…

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अपने बारे में सोचना

मधुर माँ, कृपया आप मुझे बतलायेंगी कि मैं अपने बारे में इतना अधिक क्यों सोचता हूँ? मेरे ख्याल से ऐसे…

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थकावट का कारण

यह (थकावटका कारण) शायद कोई कामना अथवा प्राणिक अभिरुचि है —प्राण की पसन्दगी और नापसन्दगी है। जो कार्य तुम्हें दिये…

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अच्छाई

मैंने बहुत बार लोगों को यह कहते सुना है: "ओह ! अब जब में अच्छा बनने की कोशिश करता हूँ…

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एकमात्र मार्ग

जो लोग सत्यके अनुसार अपना-जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, उनके लिये एकमात्र मार्ग है भागवत उपस्थिति के प्रति सचेतन होना…

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तुम्हारा चुनाव

तुम इस समय यहाँ, यानी, धरती पर इसलिए हो क्योंकि एक समय तुमने यह चुनाव किया था - अब तुम्हें…

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मानसिक रूपायण

माँ, 'क' ने एक चीनी-मिट्टी का कटोरा तोड़ दिया है ।  कल तुम आश्चर्य कर रहे थे कि उससे कोई…

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स्वप्न

मधुर मां,   हम स्वप्न में अच्छे और बुरे में कैसे फर्क कर सकते हैं? सिद्धान्त रूप में, नींद के…

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प्रगति का मापदण्ड

मधुर मां, हम यह कैसे जान सकते हैं कि हम व्यक्तिगत और सामुदायिक रूप में प्रगति कर रहे हैं या…

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