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  2. योग समन्वय

योग समन्वय

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ज्ञान
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ज्ञान

by श्री माँ 2 सप्ताह ago2 सप्ताह ago
प्रकृति की बैचेन अनिवार्यता
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प्रकृति की बैचेन अनिवार्यता

by श्रीअरविंद 2 महीना ago2 महीना ago
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    Sri Aurobindo photographed in his room
    श्रीअरविंद के वचन

    शुद्धि मुक्ति की शर्त है

    शुद्धि मुक्ति की शर्त है। समस्त शुद्धीकरण एक छुटकारा है, एक उद्धार है; क्योंकि यह सीमित करने वाली, बंधनकारी, तमाच्छादित करने वाली अपूर्णताओं तथा भ्रांतियों...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 3 महीना ago3 महीना ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    भक्तिमार्ग का प्रथम पग

    …पूजा भक्तिमार्ग का प्रथम पग मात्र है। जहां बाह्य पुजा आंतरिक आराधना में परिवर्तित हो जाती है वही से शुरू होती है सच्ची भक्ति ;...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 3 महीना ago3 महीना ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    योग का मौलिक उद्देश्य

    हमारी सत्ता तथा समस्त सत्ता का भागवत सत्य के साथ ऐक्य ही योग का मौलिक उद्देश्य है। मन में इस बात का ध्यान रखना आवश्यक...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 5 महीना ago5 महीना ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    साक्षी चेतना का मनोभाव

    … यदि वे (मानसिक तथा प्राणिक) सत्ताएँ सदा सक्रिय रहती हैं और तुम सदा उनकी गतिविधियों के साथ तदात्म रहते हो तब पर्दा सदा बना...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 6 महीना ago6 महीना ago
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    श्रीअरविंद अपने कक्ष में
    श्रीअरविंद के वचन

    अहंकारी भावना

    स्वाभाविक है कि महानतर अनुभूतियाँ होने पर सत्ता उल्लासित हो उठती है, साथ-ही-साथ उसमें अद्भुतता तथा चमत्कार का भाव भी आ सकता है, लेकिन उल्लास...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद के पत्र
    श्रीअरविंद के वचन

    केवल अंश ही

    पूर्णयोग के साधक को यह अवश्य स्मरण रखना चाहिये कि कोई भी लिखित शास्त्र नित्य ज्ञान के केवल कुछ एक अंशों को ही प्रकट कर...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    आशा

    हमारी प्रकृति न केवल संकल्प और ज्ञान के क्षेत्र में प्रान्त है बल्कि शक्ति के क्षेत्र में भी दुर्बल है। किन्तु भागवत शक्ति यहां मौजूद ...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 1140
    15 अगस्त 2019 दर्शन संदेश श्रीअरविंद का जन्मदिवस
    श्रीअरविंद के वचन

    ऐक्य के त्रिविध स्वरूप

    ….. ऐक्य के तीन स्वरूप हैं। एक ऐक्य तादात्म्य के द्वारा आध्यात्मिक सत्त्व में होता है; एक अन्य प्रकार का ऐक्य इस सर्वोच्च ‘सत्ता’ और...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    हमारी वास्तविक सत्ता तथा इसके यन्त्र

    मनुष्य अपनी वास्तविक प्रकृति में… एक आत्मा है जो मन, प्राण तथा शरीर का उपयोग व्यक्तिगत तथा सामुदायिक अनुभव के लिए और विश्व में आत्माभिव्यक्ति...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
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    महर्षि श्रीअरविंद अपने कक्ष में
    श्रीअरविंद के वचन

    अतिमानसिक विज्ञान का पूर्ण उद्घाटन

    जब मानसिकता पीछे छूट जाती है तथा निष्क्रिय नीरवता में दूर चली जाती है, केवल तभी अतिमानसिक विज्ञान का पूर्ण उद्घाटन और उसकी प्रभुत्व-सम्पन्न तथा...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 4 वर्ष ago4 वर्ष ago

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3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवती माँ की कृपा

    भगवती माँ की कृपा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीमाँ का कार्य

    श्रीमाँ का कार्य

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    भगवान की आशा

    भगवान की आशा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जीवन का उद्देश्य

    जीवन का उद्देश्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

  • श्रीअरविंद के पत्र
    आलोचना की आदत

    आलोचना की आदत

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    कृतज्ञता

    कृतज्ञता

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    अनुशासन

    अनुशासन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भागवत मुस्कान का ध्यान

    भागवत मुस्कान का ध्यान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मनोबल

    मनोबल

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    तुम्हारा चुनाव

    तुम्हारा चुनाव

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    खिन्नता

    खिन्नता

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    मेरी इच्छा

    मेरी इच्छा

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    ज्ञान

    ज्ञान

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    मानसिक रूपायण

    मानसिक रूपायण

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    नयी चीज़ का डर

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    युवकों को आह्वान

    युवकों को आह्वान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    प्रत्येक का अपना तरीका

    प्रत्येक का अपना तरीका

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