ऑरोदुनिया

श्रीअरविंद और श्रीमाँ का संसार

  • परिचय
  • श्रीअरविंद के वचन
  • श्री माँ के वचन
  • श्रीअरविंद की अलौकिक कहानी
  • श्रीमाँ की अलौकिक कहानी
  • खामोश आवाजें
  • अनुभूतियाँ
ऑरोदुनिया community Create a post

ऑरोदुनिया

  1. Home
  2. माताजी के वचन भाग-२

माताजी के वचन भाग-२

Recent
  • Most Voted
  • Most Viewed
  • Most Discussed
  • Recent
  • Featured
  • Random
यथार्थ साधन
670

यथार्थ साधन

by श्री माँ 4 दिन ago4 दिन ago
कौन योग्य, कौन अयोग्य
120

कौन योग्य, कौन अयोग्य

by श्री माँ 5 दिन ago5 दिन ago
  • 210
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    दुनिया की ग़लतियाँ?

    जब तक तुम्हारें अन्दर धरती को बदलने की शक्ति न हो  तब तक यह कहना बेकार है कि दुनिया ठीक नहीं हैं । और अगर...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 1020
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ का चित्र
    श्री माँ के वचन

    एकांतवास

    मेरे अनुभव के अनुसार तो जब लोग एकान्तवास करते हैं तो तमस् में जा गिरते हैं । संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 130
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ का दर्शन
    श्री माँ के वचन

    नयी आशा की उत्पत्ति

    हमारे युग में सफलता और उससे मिलने वाली भौतिक तुष्टि का ही मूल्य है। फिर भी असन्तुष्ट लोगों की हमेशा बढ़ती हुई संख्या जीवन का...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 290
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    धर्म की गलती

    आध्यात्मिक भाव पूजा, भक्ति और निवेदन के धार्मिक भाव के विपरीत नहीं है, धर्म में जो गलत है वह मन की कट्टरता जो किसी एक...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 440
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    आशाएँ

    हमेशा ऊँचे उड़े चलो, दूर-दूर चलते चलो, बिना हिचके चलो। आज की आशाएँ कल की सिद्धियाँ होगी। संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 190
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    कैसी वृत्ति ?

    वर्तमान बढ़ते हुए संघर्ष में हमारी वृत्ति कैसी होनी चाहिये? ‘भागवत कृपा’ में श्रद्धा और पूर्ण विश्वास । सन्दर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 140
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    भ्रान्ति

    यह मानना भ्रान्ति या अन्धविश्वास है कि कोई बाहरी चीज या परिस्थिति किसी भी चीज का कारण हो सकती है। सभी चीजें और परिस्थितियां उस...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 120
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    थके बिना काम करना

    थके बिना काम करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि चाहे जो भी काम हो उसे भगवान् के अर्पण कर दो और तुम्हें जिस...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 वर्ष ago3 वर्ष ago
  • 150
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सच्चाई

    सच्चाई का अर्थ है, अपनी सत्ता की सभी गतिविधियों को उस उच्चतम चेतना तथा उच्चतम सिद्धि तक उठाना जिन्हें पहले से ही प्राप्त कर लिया...

    श्री माँ
    by श्री माँ 4 वर्ष ago4 वर्ष ago
  • 400
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सच्चा प्रेम

    भगवान के लिये सच्चा प्रेम है, बिना कुछ माँगे अपने-आपको दे देना। वह प्रेम समर्पण और उत्सर्ग से भरा होता है, वह कोई अधिकार नहीं...

    श्री माँ
    by श्री माँ 4 वर्ष ago4 वर्ष ago

श्रेणियां

  • श्रीअरविंद के वचन
  • श्री माँ के वचन
  • श्रीअरविंद की अलौकिक कहानी
  • श्रीमाँ की अलौकिक कहानी
  • संस्मरण
  • अनुभूतियाँ
  • दर्शन संदेश
  • खामोश आवाजें
  • आंरोंविल
  • अन्य
3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
  • श्रीअरविंद का चित्र
    भगवान के दो रूप

    भगवान के दो रूप

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवान की बातें

    भगवान की बातें

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    शांति के साथ

    शांति के साथ

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    यथार्थ साधन

    यथार्थ साधन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    कौन योग्य, कौन अयोग्य

    कौन योग्य, कौन अयोग्य

  • श्रीअरविंद का चित्र
    सच्चा आराम

    सच्चा आराम

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    डरना नहीं

    डरना नहीं

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    परिश्रम

    परिश्रम

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    चिंता न करो

    चिंता न करो

  • श्रीमाँ के वचन जीवन के लक्ष्य के विषय में
    जीवन का खालीपन

    जीवन का खालीपन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जगत से जाना ?

    जगत से जाना ?

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ का चित्र
    ज्योतिषियों की बात

    ज्योतिषियों की बात

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    ध्यान में बैठने का तरीका

    ध्यान में बैठने का तरीका

  • दर्शन संदेश १५ अगस्त २०१८ (२/४)
    भगवान् के कार्य को समझना

    भगवान् के कार्य को समझना

  • श्रीअरविंद और श्रीमाँ के दर्शन
    अच्छा यंत्र पर बुरा मालिक

    अच्छा यंत्र पर बुरा मालिक

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    यौवन

    यौवन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    तेरे ज्ञान की अभीप्सा

    तेरे ज्ञान की अभीप्सा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    पुजारियों के प्रति वृत्ति

    पुजारियों के प्रति वृत्ति

© 2025 श्रीअरविंद और श्रीमाँ के चरणों में In Search of The Mother

log in

Captcha!
Forgot password?

forgot password

Back to
log in