ऑरोदुनिया

श्रीअरविंद और श्रीमाँ का संसार

  • परिचय
  • श्रीअरविंद के वचन
  • श्री माँ के वचन
  • श्रीअरविंद की अलौकिक कहानी
  • श्रीमाँ की अलौकिक कहानी
  • खामोश आवाजें
  • अनुभूतियाँ
ऑरोदुनिया community Create a post

ऑरोदुनिया

  1. Home
  2. माताजी के वचन भाग-२

माताजी के वचन भाग-२

Recent
  • Most Voted
  • Most Viewed
  • Most Discussed
  • Recent
  • Featured
  • Random
भागवत मुस्कान का ध्यान
490

भागवत मुस्कान का ध्यान

by श्री माँ 1 सप्ताह ago1 सप्ताह ago
दूसरों पर नियंत्रण
50

दूसरों पर नियंत्रण

by श्री माँ 3 सप्ताह ago3 सप्ताह ago
  • 390
    श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    श्री माँ के वचन

    भागवत कृपा

    ​’भागवत कृपा’ कार्य करने के लिए हमेशा मौजूद है लेकिन तुम्हें उसे कार्य करने देना चाहिये, उसकी क्रिया का प्रतिरोध नहीं करना चाहिये। एकमात्र आवश्यक...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 360
    श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    श्री माँ के वचन

    कौन योग्य और कौन अयोग्य ?

    ​’भागवत कृपा’ के सामने कौन योग्य है और कौन अयोग्य ?   सभी तो उसी एक दिव्य ‘मां’ के बालक हैं । ‘उनका’ प्रेम उन...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 560
    श्री माँ और श्रीअरविंद का संसार
    श्री माँ के वचन

    उचित मनोभाव

    स्वांग मत करो, बनो । वचन मत दो, करो । सपने मत देखो, चरितार्थ करो । संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 640
    Work attitude in light of Sri Aurobindo and The Mother
    श्री माँ के वचन

    यौगिक कर्म

    योग के दृष्टिकोण से, तुम जो करते हो वह नहीं बल्कि तुम कैसे करते हो वह सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है । कर्म का इतना अधिक...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 340
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    चुनाव करना

    हर एक के जीवन में एक ऐसा क्षण आता है जब उसे दिव्य मार्ग और अव्यवस्था के बीच चुनाव करना होता है। तुम एक पांव...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 560
    श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    श्री माँ के वचन

    सबसे महत्वपूर्ण चीज़

    तुम्हें जो चीज़ जाननी चाहिये वह है, ठीक तरह से यह जानना कि तुम जीवन में क्या करना चाहते हो । इसे सीखने में जो...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 320
    श्रीअरविन्द आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    योग मार्ग

    पहाड़ी रास्ता हमेशा दो दिशाओं में जाता है । ऊपर की ओर और नीचे की ओर-सब कुछ इस पर निर्भर है कि तुम किस ओर...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 750
    श्रीमाँ का सन्देश
    श्री माँ के वचन

    भगवान तुम्हारे साथ हैं

    यह कभी न भूलो कि तुम अकेले नहीं हो । भगवान् तुम्हारे साथ हैं, तुम्हारी सहायता और तुम्हारा मार्गदर्शन कर रहे हैं । ‘वे’ ऐसे...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 300
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    गर्व को त्यागने का तरीका

    भगवान् के प्रति पूर्ण आत्मदान के लिए तीन विशेष विधियां : १. सारे गर्व को त्याग कर पूर्ण नम्रता के साथ अपने-आपको ‘उनके’ चरणों में...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 320
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    अहंकार का खेल

    अहंकार के खेल के बिना कोई संघर्ष न होंगे और अगर प्राण में नाटक करने की वृत्ति न हो तो जीवन में नाटकीय घटनाएँ न...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago

श्रेणियां

  • श्रीअरविंद के वचन
  • श्री माँ के वचन
  • श्रीअरविंद की अलौकिक कहानी
  • श्रीमाँ की अलौकिक कहानी
  • संस्मरण
  • अनुभूतियाँ
  • दर्शन संदेश
  • खामोश आवाजें
  • आंरोंविल
  • अन्य
3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
  • श्रीअरविंद का चित्र
    योग

    योग

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवती माँ की कृपा

    भगवती माँ की कृपा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीमाँ का कार्य

    श्रीमाँ का कार्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवान की आशा

    भगवान की आशा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जीवन का उद्देश्य

    जीवन का उद्देश्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

  • श्रीअरविंद के पत्र
    आलोचना की आदत

    आलोचना की आदत

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    कृतज्ञता

    कृतज्ञता

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    अनुशासन

    अनुशासन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भागवत मुस्कान का ध्यान

    भागवत मुस्कान का ध्यान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मनोबल

    मनोबल

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    तुम्हारा चुनाव

    तुम्हारा चुनाव

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    खिन्नता

    खिन्नता

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मेरी इच्छा

    मेरी इच्छा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    ज्ञान

    ज्ञान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मानसिक रूपायण

    मानसिक रूपायण

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    नयी चीज़ का डर

    नयी चीज़ का डर

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    युवकों को आह्वान

    युवकों को आह्वान

© 2025 श्रीअरविंद और श्रीमाँ के चरणों में In Search of The Mother

log in

Captcha!
Forgot password?

forgot password

Back to
log in