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माताजी के वचन भाग-१

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प्रगति का मापदण्ड
570

प्रगति का मापदण्ड

by श्री माँ 4 सप्ताह ago4 सप्ताह ago
देशभक्ति की भावना तथा योग
640

देशभक्ति की भावना तथा योग

by श्री माँ 2 महीना ago2 महीना ago
  • 140
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    ग्रहनशीलता

    ग्रहणशील होने का अर्थ है, देने की प्रबल इच्छा का होना और तुम्हारें पास जो कुछ है, तुम जो कुछ हो और जो कुछ करते...

    श्री माँ
    by श्री माँ 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 550
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    अहंकार पर विजय पाओ

    (एक शिष्य को श्रीमां का पत्र) मानव जीवन में सभी कठिनाइयों, सभी विसंगतियों, सभी नैतिक कष्टों का कारण है हर एक के अन्दर अहंकार की...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 560
    श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    श्री माँ के वचन

    नियंत्रण का महत्व

    नियंत्रण के बिना कोई समुचित काम संभव नहीं है । नियंत्रण के बिना समुचित जीवन संभव नहीं है । और सबसे बढ़कर, नियंत्रण के बिना...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 1930
    श्री माँ के वचन

    श्री अरविन्द और श्री माँ के बीच भेद

    ​जब तुम अपने हृदय और विचार में मेरे ओर श्रीअरविन्द के बीच कोई भेद न करोगे, जब अनिवार्य रूप से श्रीअरविन्द के बारे में सोचना...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 570
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सामंजस्य

    विभिन्न मूल्य रखने वाले लोग एक साथ, सामंजस्य में कैसे रह सकते और काम कर सकते है ? इसका समाधान यह है कि अपने अंदर...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
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    महर्षि श्रीअरविंद घोष
    श्री माँ के वचन

    श्रीअरविंद का कार्य

    श्रीअरविंद परम पुरुष के यहाँ से धरती पर एक नयी जाति और एक नए जगत – ‘अतिमानसिक ‘-की घोषणा करने आये  है। आओ, हम पूरी...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 650
    श्री अरविंद आश्रम की श्री माँ बालकनी दर्शन देते हुये
    श्री माँ के वचन

    मैं और मेरा पंथ

    ​मैं किसी राष्ट्र की, किसी सभ्यता की, किसी समाज की, किसी जाति की नहीं हूं, मैं भगवान् की हूं । मैं किसी स्वामी, किसी शासक,...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 400
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    कम बोलो

    जितना कम हो सके उतना कम बोलो। जितना अधिक हो सके उतना अधिक काम करो । संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-१)

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 540
    श्रीअरविंद और श्री माँ दर्शन देते हुये
    श्री माँ के वचन

    अतिमानसिक शक्ति और चेतना के प्रति खुलना

    जब तुम अपने हृदय और विचार में मेरे ओर श्रीअरविन्द के बीच कोई भेद न करोगे, जब अनिवार्य रूप से श्रीअरविन्द के बारे में सोचना...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago
  • 320
    महर्षि श्रीअरविंद
    श्री माँ के वचन

    श्रीअरविंद का कार्य

    श्रीअरविंद जगत् को उस भविष्य के सौन्दर्य के बारे में बतलाने आए थे जिसे चरितार्थ करना ही होगा । वे उस भव्यता की आशा ही...

    श्री माँ
    by श्री माँ 2 वर्ष ago2 वर्ष ago

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3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
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    भगवती माँ की कृपा

    भगवती माँ की कृपा

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    श्रीमाँ का कार्य

    श्रीमाँ का कार्य

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    भगवान की आशा

    भगवान की आशा

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    जीवन का उद्देश्य

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

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    आलोचना की आदत

    आलोचना की आदत

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    कृतज्ञता

    कृतज्ञता

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    अनुशासन

    अनुशासन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भागवत मुस्कान का ध्यान

    भागवत मुस्कान का ध्यान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मनोबल

    मनोबल

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    तुम्हारा चुनाव

    तुम्हारा चुनाव

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    खिन्नता

    खिन्नता

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    मेरी इच्छा

    मेरी इच्छा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    ज्ञान

    ज्ञान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मानसिक रूपायण

    मानसिक रूपायण

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    नयी चीज़ का डर

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    युवकों को आह्वान

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    प्रत्येक का अपना तरीका

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