सच्चा प्रेम
भगवान के लिये सच्चा प्रेम है, बिना कुछ माँगे अपने-आपको दे देना। वह प्रेम समर्पण और उत्सर्ग से भरा होता है, वह कोई अधिकार नहीं...
भगवान के लिये सच्चा प्रेम है, बिना कुछ माँगे अपने-आपको दे देना। वह प्रेम समर्पण और उत्सर्ग से भरा होता है, वह कोई अधिकार नहीं...
मधुर माँ, दो मानव सत्ताओं के बीच सबसे अच्छा संबंध कौन सा है ? माँ – बेटे का ? भाई, मित्र या प्रेमी का ?...
रूपांतर के लिए भगवान को निरन्तर याद रखना अनिवार्य है। और जब परम प्रेम की अभिव्यक्ति का दिन आयेगा, परम प्रेम के पारदर्शक, सघन अवतरण...
मधुर माँ, हम दूसरे की आवश्यकता को कैसे जान सकते और उसकी सहायता कैसे कर सकते हैं ? मैं बाहरी चीजों और मानसिक क्षमताओं की...