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श्रीअरविंद और श्रीमाँ का संसार

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  2. प्रश्न और उत्तर १९५६

प्रश्न और उत्तर १९५६

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चैत्य अग्नि
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चैत्य अग्नि

by श्री माँ 1 महीना ago1 महीना ago
भागवत कृपा
630

भागवत कृपा

by श्री माँ 2 महीना ago2 महीना ago
  • 310
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    आध्यात्मिक जीवन की तैयारी

    “आध्यात्मिक जीवन की तैयारी करने के लिए किस प्रारम्भिक गुण का विकास करना चाहिये?” इसे मैंने बहुत बार बतलाया है, परन्तु यह उसे दोहराने का...

    श्री माँ
    by श्री माँ 3 महीना ago3 महीना ago
  • 340
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    हर किसी के पास मत जाओ

    जो लोग इस कारण यातना भोगते हैं कि उन्हें किसी तथाकथित संन्यासी से परिचित होने का दुर्भाग्य प्राप्त हुआ था, उनकी संख्या प्रचुर है, प्रचुर।...

    श्री माँ
    by श्री माँ 5 महीना ago5 महीना ago
  • 390
    श्रीअरविंद और श्रीमाँ के दर्शन
    श्री माँ के वचन

    आभासों पर अपनी राय मत दो

    सहज भाव से, और इस विषय में सचेतन हुए बिना ही, लोग आग्रहपूर्वक यह चाहते हैं कि भगवान् हमारी धारणाओं के अनुरूप हों। क्योंकि, बिलकुल...

    श्री माँ
    by श्री माँ 6 महीना ago6 महीना ago
  • 320
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सामान्य प्रक्रिया

    श्रीअरविंद कहते हैं कि तुम्हे सबसे पहले अपने विषय में सचेतन होना चाहिये, फिर सोचना, और फिर कार्य करना चाहिये। सभी कार्यों से पहले सत्ता...

    श्री माँ
    by श्री माँ 8 महीना ago8 महीना ago
  • 340
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    भय – एक अपवित्रता

    भय एक अपवित्रता है, सबसे बड़ी अपवित्रताओं में से एक, उनमें से एक जो उन भगवद्विरोधी शक्तियों के अत्यंत प्रत्यक्ष परिणाम होती हैं जो पृथ्वी...

    श्री माँ
    by श्री माँ 9 महीना ago9 महीना ago
  • 450
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ की टॉफी की कहानी
    श्री माँ के वचन

    सबसे उत्तम मार्ग

    संतुलन अनिवार्य है, जो पथ सावधानतापूर्वक विपरीत चरमावस्थाओं से बचता है वह अनिवार्य है, अत्यधिक जल्दबाज़ी खतरनाक है, अधैर्य आगे बढ्ने से तुम्हें रोकता है;...

    श्री माँ
    by श्री माँ 10 महीना ago10 महीना ago
  • 380
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    भागवत कृपा पर भरोसा

    … यदि किसी में बिलकुल ही कोई ज्ञान न हो पर भागवत कृपा पर भरोसा हो, यदि उसमें यह श्रद्धा हो कि इस जगत में...

    श्री माँ
    by श्री माँ 11 महीना ago11 महीना ago
  • 200
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सत्य से विच्युत

    प्रत्येक व्यक्ति का सोचने, अनुभव करने तथा प्रतिक्रिया करने का अपना निजी तरीका होना ही चाहिये: तुम क्यों चाहते हो कि दूसरा वैसा ही करे...

    श्री माँ
    by श्री माँ 12 महीना ago12 महीना ago
  • 1400
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    कृतज्ञता

    लोगो को कृपा की क्रिया का भान तक नहीं होता जब तक कोई खतरा न आ जाये, यानी, जब तक किसी दुर्घटना का आरम्भ न...

    श्री माँ
    by श्री माँ 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 880
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्री माँ के वचन

    सामान्य प्रक्रिया

    श्रीअरविंद कहते है की तुम्हें सबसे पहले अपने विषय में सचेतन होना चाहिए, फिर सोचना , और फिर कार्य करना चाहिये। सभी कार्यों से पहले...

    श्री माँ
    by श्री माँ 1 वर्ष ago1 वर्ष ago

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3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
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    भगवती माँ की कृपा

    भगवती माँ की कृपा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीमाँ का कार्य

    श्रीमाँ का कार्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवान की आशा

    भगवान की आशा

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जीवन का उद्देश्य

    जीवन का उद्देश्य

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

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    आलोचना की आदत

    आलोचना की आदत

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    कृतज्ञता

    कृतज्ञता

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    अनुशासन

    अनुशासन

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भागवत मुस्कान का ध्यान

    भागवत मुस्कान का ध्यान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मनोबल

    मनोबल

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्री माँ
    तुम्हारा चुनाव

    तुम्हारा चुनाव

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    खिन्नता

    खिन्नता

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    मेरी इच्छा

    मेरी इच्छा

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    ज्ञान

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    मानसिक रूपायण

    मानसिक रूपायण

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    नयी चीज़ का डर

    नयी चीज़ का डर

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    युवकों को आह्वान

    युवकों को आह्वान

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    प्रत्येक का अपना तरीका

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