270 श्री माँ के वचनप्रतिरोधअपने कर्म को पूरा करने के लिये हमारे सामने जो प्रतिरोध खड़े होते हैं वे कर्म के महत्व के अनुपात में होते है । संदर्भ... by श्री माँ 1 वर्ष ago1 वर्ष ago