नलिनी कांत गुप्त की नववधू इन्दुलेखा आश्रम आईं। यह उन दिनों की बात है जब श्रीअरविंद ने एकांतवास आरम्भ नहीं…
जब श्रीमाँ सामूहिक ध्यान कराती थीं, उदाहरण के लिये आश्रम की क्रीड़ास्थली में, उस समय उनके चतुर्दिक एकत्रित लोगों के…
एक बार कृष्णा आदिनाथ ने स्वप्न में श्रीअरविंद के दर्शन किये । उस समय वे तरुण लग रहे थे, दाढ़ी…
तरुणी गार्गी कालरा आश्रम अस्थायी रूप से आयी थीं। उनके पिता ने उनसे कहा था, "तुम आश्रम जाओ तथा वहाँ…
लगभग ७०-८० वर्ष पूर्व की बात है श्रीमाँ के एक अनन्य भक्त मुरारी बाबू को अपना एक दांत निकलवाना पड़ा।…
श्रीअरविंद आश्रम की क्रीड़ाभूमि में सप्ताह में दो बार सामूहिक ध्यान होता है। एक दिन ध्यान से लौटते समय अनिल…