• श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

    उदार हृदय

    उदार हृदय हमेशा अपने पुराने दुर्व्यवहारों को भूल जाता है और दुबारा सामंजस्य लाने के लिए तैयार रहता है। आओ, हम सब उसको भूल जायें...

  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ

    उदारता

    . . .  मैं यहाँ भौतिक उदारता की चर्चा नहीं करूँगी जिसका स्वाभाविक स्वरूप है अपने पास जो कुछ हो उसे दूसरों को देना। परंतु...