यह निश्चित है कि बिना किसी कष्ट के सत्य बोल सकने के लिये सबसे अच्छा ढंग है कि हम अपना…
लोगो को कृपा की क्रिया का भान तक नहीं होता जब तक कोई खतरा न आ जाये, यानी, जब तक…
उदार हृदय हमेशा पुराने दुर्व्यवहारों को भूल जाता है और दुबारा सामंजस्य लाने के लिए तैयार रहता है । आओ,…
श्रीअरविंद कहते है की तुम्हें सबसे पहले अपने विषय में सचेतन होना चाहिए, फिर सोचना , और फिर कार्य करना…
मधुर माँ, हम निश्चय के साथ कब कह सकते है कि हमने श्रीअरविंद का योग शुरू कर दिया है ?…
'सत्य' मिथ्यात्व से बढ़ कर बलवान है । एक अमर 'शक्ति' जगत पर शासन करती है । उसके निश्चय हमेशा…
हमेशा स्थिर और शांत रहने के लिए बहुत सावधान रहो और सम्पूर्ण समचित्ता को आधिकाधिक पूर्णता के साथ अपनी सत्ता…
सभी तथाकथित मानव बुद्धिमत्ता की जटिलताओं के परे 'भागवत कृपा' की आलोकमयी सरलता कार्य करने के लिए प्रस्तुत है, यदि…
मृत्यु का यह सुझाव "अहं" से आता है जब वह यह अनुभव करता है कि उसे जल्दी ही पद छोड़ना…
प्रत्येक अपना-अपना काम अच्छे-से-अच्छा करे और परिणाम की चिंता शांतिपूर्वक परम प्रभु के लिए छोड़ दे । संदर्भ : सफ़ेद…