श्री माँ के वचन

जीवन का एक लघु आकार

साधक को क्या होना चाहिये इसके बारे में मैं तुम्हारे भावों की क़दर करती हूँ और उस दृष्टिकोण से, तुम…

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हर क्षण नवीन

हर क्षण सभी अनपेक्षित, अप्रत्याशित और अज्ञात हमारे सामने होता है, हर क्षण विश्व अपने प्रत्येक भाग में और अपनी…

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उचित मनोवृति

मैंने उचित मनोवृत्ति की शक्ति के अनेक उदाहरण देखे हैं। मैंने देखा है कि अकेले आदमी की उचित मनोवृत्ति के…

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एक दिव्य स्वप्न

संसार में कहीं एक ऐसा स्थान होना चाहिये जिसे कोई देश या राष्ट्र अपनी सम्पत्ति न कह सके , ऐसा…

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अतीत की उपयोगिता

होना यह चाहिये कि सारा अतीत हमेशा ऐसे पायदान या सीढ़ी की तरह हो जो तुम्हें आगे ले जाये, जिसका…

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अचल श्रद्धा

यदि कोई कहे : "मुझे परिणाम के विषय में निश्चय है,  मैं जानता हूँ कि मैं जो चाहता हूँ वह…

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भारत सबसे आगे का देश है

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भारत जगत में सबसे आगे का देश है। आध्यात्मिक उदाहरण प्रस्तुत करना ही उसका मिशन है। श्रीअरविंद…

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भारत का भविष्य

भारत का भविष्य बहुत स्पष्ट है। भारत संसार का गुरु है। संसार की भावी रचना भारत पर निर्भर है। भारत…

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मेरी उपस्थिती

मेरे अन्दर से उस समस्त अंधकार तो निकाल दो जो मुझे अंधा बना देता है और हमेशा मेरे साथ रहो…

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अभ्यास

ज़रा-सा सच्चा निष्कपट और नियमित अभ्यास, बहुत से अल्पजीवी प्रणों से कहीं अधिक मूल्यवान है। संदर्भ : श्रीमातृवाणी (खण्ड -१६)

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