लोगों के बीच
जब तुम लोगों के बीच में हो तो ‘परम प्रभु ‘ को अपने और लोगों के बीच में रखो। इस तरह तुम्हारी सारी सत्ता सुरक्षित...
जब तुम लोगों के बीच में हो तो ‘परम प्रभु ‘ को अपने और लोगों के बीच में रखो। इस तरह तुम्हारी सारी सत्ता सुरक्षित...
सभी खिन्नता और विषाद को विरोधी शक्तियाँ ही पैदा करती हैं, उन्हें तुम्हारें ऊपर उदासी फेंक कर जितनी खुशी होती है उतनी और किसी चीज़...
कभी-कभी नैतिक भावनाएँ भी मिल-जुल जाती और निर्णय को गलत बना देती है ,पर हमें सभी नैतिक भावनाएँ को अपने से बहुत दूर फेंक देना...
..अब एक छोटा-सा इलाज है जो बहुत सरल है, क्योंकि यह सहज बुद्धि के एक छोटे-से निजी प्रश्न पर आधारित है….। तुम्हें जरा अवलोकन करना...
कल मैंने लिखा था कि एक गंभीर स्थिरता है – लेकिन आज केवल एक गंभीर विक्षोभ है ! एक ही समय में सत्ता का एक...
यदि व्यक्ति यह अनुभव करे कि उसका इस जीवन का कार्य समाप्त हो गया है और अब भेंट देने के लिए उसके पास और कुछ...
श्रीअरविंद प्रभु के सनातन अवतार हैं, अगर हम उनकें साथ सतत संपर्क में रह सकें और आवश्यक कार्य कर सकें तो वे हमेशा हमारे साथ...
मैं रो रहा हूँ । न जाने क्यों । मन करें तो रो लो। परंतु चिंता न करो। वर्षा के बाद सूर्य तेजी से चमकता...
हर हालत में अपने गुरु के प्रति निष्ठावान बने रहो, वे चाहे कोई भी क्यों न हों; तुम जितनी दूर तक जा सको वे तुम्हें...
मेरी निम्न प्रकृति वही मूर्खतापूर्ण चीज़ें करती चली जा रही है । केवल आप ही उसे बदल सकती है। ‘आपकी ‘ क्या शर्तें है ?...