सच्ची विनम्रता
अगर तुम किसी सच्चे वैज्ञानिक से मिलो जिसने कठोर परिश्रम किया हो, तो वह तुमसे कहेगा : “हम कुछ नहीं जानते। हम कल जो जानेंगे...
अगर तुम किसी सच्चे वैज्ञानिक से मिलो जिसने कठोर परिश्रम किया हो, तो वह तुमसे कहेगा : “हम कुछ नहीं जानते। हम कल जो जानेंगे...
जब भी कोई हार जाने वाला सुझाव हो – चाहे एक स्पंदन, एक विचार या और कुछ भी – तुम निश्चित जानना वह “शैतान” का...
श्रद्धा निश्चित रूप से हमें भागवत कृपा द्वारा दिया गया उपहार है। … अपनी श्रद्धा की उसी तरह निगरानी करनी चाहिए जैसे कोई किसी अत्यधिक...
मैंने तुम्हारी प्रार्थना को ‘परम प्रभु’ के सामने रख दिया है । लेकिन अगर तुम ‘आनन्द’ में रहना चाहते हो तो तुम्हें अपनी इच्छा को...
मधुर मां, सचमुच मुझे लगता है कि यहां हमारे और हमारे विभिन्न विभागों के बीच सामञ्जस्य का बहुत अभाव है और इसका परिणाम है धन और...
मधुर माँ, मुझे अपने काम पर विश्वास नहीं है। मैं बहुत शर्मिला हूँ, मेरा खयाल है कि प्रगति करने के लिए आदमी को ज़्यादा हिम्मतवाला...
मेरे बच्चे, सहन करो ! और पूरी श्रद्धा रखते हुए परम प्रभु के हृदय में बस एक नवजात शिशु की तरह दुबके रहो। अंतत:, एक...
मेरी प्यारी माँ, मेरे अन्दर से उस समस्त अंधकार को निकाल दो जो मुझे अन्धा बना देता है और हमेशा मेरे साथ रहो । मैं...
मेरे मौन और विनम्र पूजा-भाव के साथ प्रणाम … । मैं तेरी महिमा के आगे नमन करती हूँ क्योंकि वह अपनी सारी भव्यता के साथ...
भगवान के प्रति आज्ञाकारिता में सरलता के साथ सच्चे रहो-यह तुम्हें रूपांतर के मार्ग पर दूर तक ले जायेगा। संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-३)