इन मायावी वनों में एक देवशिशु खेल रहा है, आत्मभाव की धाराओ के तट पर बंशी बजाता रसमाधुरी बहा रहा…
यदि व्यक्ति यह अनुभव करे कि उसका इस जीवन का कार्य समाप्त हो गया है और अब भेंट देने के…
श्रीअरविंद प्रभु के सनातन अवतार हैं, अगर हम उनकें साथ सतत संपर्क में रह सकें और आवश्यक कार्य कर सकें…
स्वाभाविक है कि महानतर अनुभूतियाँ होने पर सत्ता उल्लासित हो उठती है, साथ-ही-साथ उसमें अद्भुतता तथा चमत्कार का भाव भी…
एक बच्चे की तरह बन जाना और अपने-आपको संपूर्णत: दे देना तब तक असंभव है, जब तक कि चैत्य पुरुष…
मैं रो रहा हूँ । न जाने क्यों । मन करें तो रो लो। परंतु चिंता न करो। वर्षा के…
भगवान ने तुम्हें इसलिए अपना नहीं बनाया है कि तुम मनुष्यों की प्रशंसाओं को एकत्र करो, बल्कि इसलिये बनाया है…
नींद में प्राय: मुझे प्राण जगत के बुरे स्वप्न आते हैं। उन्हें कैसे रोका जाये ? अपनी जाग्रत अवस्था में…
जब किसी साधक को आध्यात्मिक सत्य के स्वप्न आते हैं तो क्या इसका यह अर्थ नहीं होता कि उसकी प्रकृति…
जो लोग पूरी तरह सांसारिक जीवन में फंसे रहते हैं और कठिनाई या विपत्ति के समय ही भगवान को याद…