सामान्य प्रक्रिया

% दिन पहले

श्रीअरविंद कहते है की तुम्हें सबसे पहले अपने विषय में सचेतन होना चाहिए, फिर सोचना , और फिर कार्य करना…

योग क्या है

% दिन पहले

भगवान के साथ सम्बंध स्थापित करना योग है, परम आनंद है तथा श्रेष्ठतम उपयोगिता है। मानवता की पहुँच के अंदर…

श्रीअरविंद के योग का आरंभ

% दिन पहले

मधुर माँ, हम निश्चय के साथ कब कह सकते है कि हमने श्रीअरविंद का योग शुरू कर दिया है ?…

जन्म का चमत्कार

% दिन पहले

मैंने देखा मेरी आत्मा है एक यात्री , काल के आर-पार ; जीवन, प्रति जीवन करती ब्रह्मांड-पथ पर पद-सञ्चार, अतलान्तों…

सत्य

% दिन पहले

'सत्य' मिथ्यात्व से बढ़ कर बलवान है । एक अमर 'शक्ति' जगत पर शासन करती है । उसके निश्चय हमेशा…

हमेशा स्थिर और शांत रहो

% दिन पहले

हमेशा स्थिर और शांत रहने के लिए बहुत सावधान रहो और सम्पूर्ण समचित्ता को आधिकाधिक पूर्णता के साथ अपनी सत्ता…

व्यर्थ की जटिलताएँ

% दिन पहले

सभी तथाकथित मानव बुद्धिमत्ता की जटिलताओं के परे 'भागवत कृपा' की आलोकमयी सरलता कार्य करने के लिए प्रस्तुत है, यदि…

मृत्यु का सुझाव

% दिन पहले

मृत्यु का यह सुझाव "अहं" से आता है जब वह यह अनुभव करता है कि उसे जल्दी ही पद छोड़ना…

पवित्रता

% दिन पहले

जो जीव नग्न और लज्जाविहीन होता है केवल वही पवित्र और निर्दोष हो सकता है, ठीक जैसे कि मानवता के…

अंदर का ज्ञान

% दिन पहले

जब हमारे अंदर का ज्ञान नया होता है तब वह अजेय होता है; जब वह पुराना हो जाता है तब…