तुम सदा सही काम कर सको इसके लिए यदि तुम बहुत अधिक चाहते हो कि तुम्हें चेतना मिले और इसके लिए तुम अभीप्सा भी करते हो तो यह तुम्हें इन तरीकों में से किसी एक से प्राप्त हो सकती है :

१. तुम्हें अपनी गतियों का इस ढंग से परीक्षण करने कि आदत या क्षमता प्राप्त हो सकती है कि तुम प्रेरणा को आते हुये देख सको और साथ ही उसके स्वरूप को भी जान सको ।

२. ऐसी चेतना प्राप्त हो सकती है कि जब भी तुम्हारें अंदर बुरा विचार या बुरे काम की प्रेरणा या बुरा भाव उठे तो तुम्हें बेचैनी-से महसूस हो ।

३. जब कभी तुम कुछ बुरा काम करने लगें तो तुम्हारें अंदर कोई चीज़ तुम्हें सावधान कर दे और रोक दे ।

 

संदर्भ : श्रीअरविंद के पत्र

शेयर कीजिये

नए आलेख

भगवती माँ की कृपा

तुम्हारी श्रद्धा, निष्ठा और समर्पण जितने अधिक पूर्ण होंगे, भगवती मां की कृपा और रक्षा भी…

% दिन पहले

श्रीमाँ का कार्य

भगवान् ही अधिपति और प्रभु हैं-आत्म-सत्ता निष्क्रिय है, यह सर्वदा शान्त साक्षी बनी रहती है…

% दिन पहले

भगवान की आशा

मधुर माँ, स्त्रष्टा ने इस जगत और मानवजाति की रचना क्यों की है? क्या वह…

% दिन पहले

जीवन का उद्देश्य

अगर चेतना के विकास को जीवन का मुख्य उद्देश्य मान लिया जाये तो बहुत-सी कठिनाइयों…

% दिन पहले

दुश्मन को खदेड़ना

दुश्मन को खदेड़ने का सबसे अच्छा तरीक़ा है उसके मुँह पर हँसना! तुम उसके साथ…

% दिन पहले

आलोचना की आदत

आलोचना की आदत-अधिकांशतः अनजाने में की गयी दूसरों की आलोचना-सभी तरह की कल्पनाओं, अनुमानों, अतिशयोक्तियों,…

% दिन पहले