सच्ची पराजय तब होती है जब व्यक्ति अपनी आत्मा को पाये बिना, उसके नियम के अनुसार जीवन बिताये बिना ही मृत्युको प्राप्त हो जाता हैं ।
संदर्भ : विचार और सूत्र के प्रसंग में
सबसे पहले हमें सचेतन होना होगा, फिर संयम स्थापित करना होगा और लगातार संयम को…
प्रेम और स्नेह की प्यास मानव आवश्यकता है, परंतु वह तभी शांत हो सकती है…
पत्थर अनिश्चित काल तक शक्तियों को सञ्चित रख सकता है। ऐसे पत्थर हैं जो सम्पर्क की…